गोरखपुर। सूर्य उपासना के महापर्व छठ पर शुक्रवार की शाम व्रती महिलाओं ने प्रमुख घाटों, जलाशयों और तालाबों पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर मन्नत मांगी। महिलाओं संग उनके परिजनों ने भी छठी मईया की पूजा की। नदी घाटों पर दोपहर तीन बजे से ही लोग पहुंचने लगे थे। सांसद रवि किशन ने छठ घाट पर पहुंचकर अपने हाथों से बेदी बनाई। उन्होंने श्रद्धालुओं संग सेल्फी भी ली। विभिन्न घाटों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों की मुस्तैदी बनी रही। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने फोर्स के साथ भ्रमण करके सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से छठ घाटों की निगरानी की गई। इस दौरान छठ मइया की महिमा की बखान…कांचे ही बांस की बहंगिया, बहंगी लचकत जाए।…केरवा जे फरेला घवदि के ता पर सूगा मेड़राय सहित अन्य गीतों से चहुंओर श्रद्धा का सैलाब उमड़ता नजर आया।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी श्रद्धालुओं से घर पर ही छठ पर्व मनाने की अपील की गई थी। इसके बावजूद लोगों की आस्था का नजर आई। दोपहर बाद से ही फल-फूल और छठ पूजा के अन्य सामानों से भरी डलिया-दऊरा सिर पर रखे लोग घाटों की तरफ जाने लगे। उनके पीछे — पीछे हाथों में कलश और जलते दीप लिए व्रती महिलाएं भी रहीं। गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित भीम सरोवर,राजघाट और डोमिनगढ़ घाट, मानसरोवर, सूर्यकुंड धाम, रामगढ़ ताल समेत विभिन्न जगहों पर कार्यक्रम भी आयोजित हुए।
देहात के इलाकों में भी व्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं द्वारा वेदियों पर दीप जलाकर विधिवत पूजन किया। इसके उपरांत अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा कर बहते पानी में जलते दीप प्रवाहित करके लोग घरों को लौट गए। इस दौरान बच्चों और युवाओं ने जमकर ढोल— नगाड़े बजाए। पटाखे फोड़कर लोगों ने खुशी का इजहार किया।
छठ घाट पहुंचे रविकिशन, अपने हाथों से बनाई बेदी
सांसद रवि किशन शुक्रवार को छठ घाटों का निरीक्षण करने पहुंचे। पर्व पर उन्होंने सभी को शुभकामनाएं दी। रामगढ़झील के पास बने छठ घाट पर खुद बेदी भी बनाई। वहां मौजूद लोगों से सांसद रविकिशन ने कहा आज जो भी हूं वो छठ माता के आशीर्वाद से ही हूं। वह शाम को गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। वहां भीम सरोवर पर उनके साथ सेल्फी खिंचाने की होड़ मच गई। बड़े ही शौक के साथ उन्होंने सेल्फी खिंचवाई। बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान ने सभी को अपनी शुभकामनाएं दी है।
