Estimated reading time: 1 minute
गोरखपुर। शासन ने पुलिसकर्मियों के टीकाकरण में एक सहूलियत दी है। कोविड टीकाकरण पंजीकरण में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बताकर किसी भी निकटतम बूथ पर वेरीफिकेशन कराकर टीका लगवा सकते हैं। यह फायदा सिर्फ पुलिसकर्मियों को मिलेगा। अन्य को पहले की तरह तय बूथ पर ही टीके की सुविधा मिलेगी। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने दी। उन्होंने जिले के कोविड टीकाकरण संबंधित सभी लाभार्थियों से अपील की है कि भले ही कोविड के मामले कम हो रहे हैं लेकिन इसके शत-प्रतिशत उन्मूलन के लिए टीका अवश्य लगवाएं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगवाने का एक और मौका 19 फरवरी को दिया जाएगा। फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए 22 फरवरी को माप अप राउंड चलेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि यूएनडीपी संस्था की मदद से कोविन पोर्टल पर जिन लोगों का पंजीकरण हो चुका है, टीका सिर्फ उन्हीं को लगेगा। लाभार्थियों को तय दिनांक पर ही टीके की सुविधा प्राप्त होगी। पुलिसकर्मियों की ड्यूटी की गंभीरता को देखते हुए शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए तय तारीख पर उन्हें किसी भी बूथ से टीकाकरण की सुविधा प्राप्त करने की छूट दी गयी है। करीब 7000 छूटे स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण के लिए 15 फरवरी को माप अप राउंड चलाया गया लेकिन अब भी करीब 5000 स्वास्थ्यकर्मी टीका नहीं लगवा सके हैं। उन सभी को 19 फरवरी को एक आखिरी मौका और दिया जा रहा है। ऐसे छूटे हुए स्वास्थ्यकर्मी तय तारीख पर पूर्व निर्धारित बूथ पर जाकर टीका लगवा सकते हैं। इसी दिन उन स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड टीके की दूसरी डोज भी दी जाएगी जिन्होंने 22 जनवरी को पहली डोज ली थी। गुरुवार को एडीजी जोन अखिल कुमार ने गुरुवार को जिला अस्पताल में टीका लगवाया।
दूसरी डोज अवश्य लें, यह है जरूरी
कोविड टीके की दूसरी डोज भी ले चुके जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि कोई भी प्रतिकूल प्रभाव नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि दूसरी डोज के 15 दिनों के बाद शरीर में कोविड के प्रति प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से विकसित हो जाती है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने टीके की पहली डोज ली है, उन्हें दूसरी डोज अवश्य लेनी चाहिए। बिना दूसरी डोज लिए सिर्फ पहले डोज का कोई फायदा नहीं मिलता है। टीका लगवाने के बाद भी लोगों को कोविड नियमों के पालन का, मसलन दो गज दूरी, मॉस्क के इस्तेमाल और हाथों की स्वच्छता का विशेष तौर पर ध्यान रखना है।















