सीएम का आदेश: कोरोना की जांच, उपचार और टीकाकरण के लिए कोई न हो परेशान

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गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को आदेश दिया है कि कोरोना जांच, इलाज और टीकाकरण के लिए किसी को भी परेशानी न उठानी पड़े। इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद दूसरे चरण में भी कोरोना से निपटने के इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। एंटीजन के साथ ही आरटीपीसीआर जांच की गति बढ़ा दी गई है। कोविड अस्पतालों में पीड़ितों के उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। पहले चरण में सेवाप्रदायी रहे टीबी अस्पताल को भी सोमवार से कोविड मरीजों के इलाज के लिए क्रियाशील कर दिया गया। प्राइवेट अस्पतालों को भी ऐसे मरीजों के इलाज की अनुमति प्रदान की गई है। 11 अप्रैल से शुरू विशेष टीका उत्सव में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाया जा रहा है। निजी अस्पतालों में कोरोना पीड़ितों के इलाज के लिए दर तय करने के साथ इस पर नजर रखी जा रही है।

कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने और कोविड मरीजों के इलाज को लेकर सीएम योगी प्रत्येक जनपद की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने 10 अप्रैल, शनिवार को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मंडल के सभी चार जिलों गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया और कुशीनगर में कोविड जांच, टीकाकरण और इलाज की समीक्षा की थी। इसके अलावा रविवार को उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) से गोरखपुर के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य करने की हिदायत दी। गोरखपुर जिले में कोरोना से पीड़ित मरीजों के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल, फातिमा अस्पताल और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अधीन संचालित किए जा रहे होप पैनेशिया में भर्ती की सुविधा थी। इनमें मेडिकल कॉलेज के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में लेवल 3 के तहत 500 बेड की सुविधा है। सभी बेड ऑक्सीजन की सुविधा वाले हैं जबकि पर्याप्त संख्या में एचएनएफसी और वेंटिलेटर की सुविधा भी उपलब्ध है। शनिवार तक जिले में सरकारी और निजी क्षेत्र के एल2 व एल3 अस्पतालों में कोविड रोगियों के लिए 805 बेड थे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सक्रियता से दो दिन बाद ही यह संख्या बढ़कर करीब एक हजार हो गई है।

टीबी अस्पताल कोविड इलाज के लिए क्रियाशील, कई प्राइवेट को भी अनुमति
सीएम योगी ने कोविड अस्पतालों और वहां पर्याप्त बेड की सुविधा का निर्देश दिया तो जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने 100 बेड के टीबी अस्पताल को कोविड मरीजों के लिए सोमवार से दोबारा क्रियाशील कर दिया है। यहां जरूरत पड़ने पर बेड की संख्या और बढ़ायी जा सकती है। इसके अलावा कोविड इलाज के मानकों के अनुरूप कोरोना पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों से आवेदन मांगे गए हैं। निजी क्षेत्र के गर्ग हॉस्पिटल, प्राइड हॉस्पिटल, आरके इमरजेंसी हॉस्पिटल, बड़हलगंज के दुर्गावती हॉस्पिटल को कोविड मरीजों के इलाज की अनुमति प्रदान की गई है। निजी अस्पतालों के आवेदनों का तेजी से निस्तारण किया जा रहा है। निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों के इलाज की अनुमति दिए जाने के साथ ही पूर्व में इलाज के लिए श्रेणीवार जारी दर की निगरानी भी शुरू कर दी गई है। कहीं से भी निर्धारित दर से अधिक वसूली का मामला आने पर शासन की तरफ से सख्त कार्रवाई का आदेश है।

प्राइवेट अस्पतालों में 202 बेड
कोरोना पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए गोरखपुर के निजी अस्पतालों में 202 बेड की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। एडिशनल सीएमओ व कोविड प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नोडल प्रभारी डॉ एनके पांडेय के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप कोविड मरीजों के इलाज के लिए निजी क्षेत्र के अस्पतालों में तेजी से व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने बताया कि सोमवार तक सरकारी क्षेत्र के अलावा निजी क्षेत्र के अस्पताल फातिमा में 50 बेड, होप पैनेशिया में 90 बेड, गर्ग हॉस्पिटल में 40 बेड, आरके इमरजेंसी में 12 बेड तथा प्राइड हॉस्पिटल में 10 बेड की सुविधा उपलब्ध हो गई है। यहां सभी बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था के साथ लेवल 2 के सभी इंतजाम हैं। दो दिन में 3 अन्य हॉस्पिटल भी कोविड इलाज के लिए क्रियाशील कर दिए जाएंगे।

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