गोरखपुर। राप्ती नदी में आई बाढ़ के पानी से बहरामपुर, दक्षिणी मोहल्ला पूरी तरह से डूबा हुआ है। इस मोहल्ले के लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे। सड़क मार्ग से संपर्क कटने की वजह से लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। इस मोहल्ले के रहने वाले दिलीप साहनी कारपेंटर हैं। उनके चार बच्चों में तीन बेटे और सबसे छोटी बेटी संध्या शहर के राजकीय एडी कन्या इंटर कॉलेज स्कूल में 11वीं क्लास में पढ़ती है जो रोजाना अकेली नाव चलाकर स्कूल आती—जाती है। बेटी के स्कूल जाने की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। नौसढ़ के रहने वाले एक टीवी चैनल से जुड़े संवाददाता अजीत कुमार ने बिटियां की तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाली। गोरखपुर की यह तस्वीर दिल्ली तक पहुंची है। संध्या के स्कूल जाने के जज्बे को सलाम करते हुए राहुल गांधी ने ट्विट किया है।
राहुल गांधी का ट्विट
ये बच्ची मुश्किल परिस्थिति, ठप प्रशासन व अनिश्चित भविष्य होने पर भी हिम्मत नहीं हारी। संध्या का साहस बहुत कुछ सिखाता है।

— 15 दिनों से संध्या का पूरा मकान पानी में डूबा हुआ है।
— परिवार के लोग छत पर खाना बनाकर खा और सो रहे हैं।
— संध्या रेलवे में नौकरी करना चाहती है। उसके पास स्मार्ट फोन नहीं है।
— मोबाइल न होने से संध्या ने रोजाना स्कूल जाकर पढ़ाई करने की ठानी।
— संध्या ने अकेली ही नाव चलाकर स्कूल जाने का फैसला लिया।
— पानी में नाव चलाकर बाहर निकलने में कुल 20 मिनट का समय लगता है।
— रोजाना स्कूल आने—जाने के लिए संध्या को करीब ढाई सौ मीटर पानी करना पड़ता है।
— नाव चलाकर स्कूल जाने का साहस दिखाने वाली संध्या अब सुर्खियों में आ गई है।

निषाद पार्टी के अध्यक्ष ने की मुलाकात, बढ़ाया हौसला
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद उसके घर पहुंचे। डॉक्टर संजय निषाद ने संध्या के हौसले की तारीफ की और परिवार को हर तरह से मदद का भरोसा दिलाया। डॉक्टर संजय निषाद ने कहा कि संध्या सहानी उनकी बिरादरी के लिए अब एक रोल मॉडल बन चुकी है। संध्या जैसी दूसरी बेटियों के पढ़ाई के लिए वह जल्द ही हर जिले में निषादों के लिए एक अलग से विद्यालय खुलवाएंगे। संध्या को हॉस्टल में भर्ती कराने और बाद में नौकरी दिलवाने के साथ-साथ उसके परिवार की हर जरूरत को पूरा कराने का आश्वासन संजय निषाद ने दिया है। डॉ. संजय ने संध्या को सम्मानित करते हुए उसका हौसला बढ़ाया।
