गोरखपुर। एसटीएफ गोरखपुर यूनिट और बहराइच पुलिस ने एक ज्वाइंट आपरेशन में गोरखपुर के पूर्व जेलर डॉ. राजेश सिंह पर हमला करने वाले हिस्ट्रीशीटर पन्नेलाल यादव उर्फ डॉक्टर को ढेर कर दिया। उसके खिलाफ पांच जिलों में लूट, हत्या, डकैती सहित 30 मामले दर्ज हैं। गोंडा में रंगदारी के एक मामले फरार पन्नलाल पर 50 हजार रुपए का इनाम था। कक्षा 5 पास गुलरिहा थाना क्षेत्र के मंगलपुर, बौडीहवा निवासी पन्नेलाल यादव उर्फ पन्ना को उसके साथी डॉक्टर कहते थे। जीप पर खलासी से ड्राइवर बनकर उसने एक दारोगा की बेटी से इश्क कर लिया। उसे लेकर वह इलाहाबाद भाग गया। पन्नलाल के खिलाफ पहली शिकायत इसी मामले में हुई। इसके बाद उस पर वर्ष 1992 में एक महिला से रेप करने का आरोप लगा। इस मुकदमे में जेल से जमानत पर छूटने के बाद पन्नेलाल पूरी तरह से जरायम पेशे में उतर गया।
फरार गिरजा से जोड़ा नाता, फिर बनाया अपना गैंग
एसटीएफ का कहना है मेहदरिया, पीपीगंज निवासी शातिर बदमाश गिरिजा यादव के साथ पन्ना जुड़ा। फिर बाद में अपना गिरोह तैयार कर लिया। गिरोह में 12-13 साथियों को जोड़कर आपराधिक घटनाएं करने लगा। पन्नेलाल गैंग गोरखपुर और महराजगंज जिले में ताबड़तोड़ लूट करके पुलिस को लगातार चुनौतियां दीं। उस पर इनाम भी घोषित हो गया। इस बीच उस समय के चर्चित बदमाशों श्रीप्रकाश शुक्ला और श्रीपत ढाढ़ी के गिरोह के लगभग सदस्यों के खात्मे के बाद पन्नेलाल अंडरग्राउंड हो गया था। गिरजा यादव अभी भी फरार है।
युवती से की शादी, भागा बहराइच
गोपलापुर की रहने वाली एक युवती के साथ उसने शादी कर बहराइच में घर बना लिया। वह बहराइच में रहकर नई गैंग तैयार की और हरपुर बुदहट गोरखपुर के मनोज यादव, खोराबार के गायघाट निवासी अर्जुन यादव और असौही बाराबंकी के मुस्ताक के साथ लूट की वारदातों को अंजाम देने लगा। 29 मार्च 2013 को कैंट एरिया से हुए जयसिंह साहनी अपहरण, मर्डर बोलेरो लूटकांड पन्ना उर्फ़ डॉक्टर का नाम प्रकाश में आया। 24 सितंबर, 2014 को जयसिंह साहनी मर्डर केस में पन्नेलाल यादव और उसके साथी गिरफ्तार हुए।
जेलर डॉ. राजेश सिंह पर किया हमला
जेल में बंद रहने के दौरान पन्नालाल ने 26 जुलाई 2016 की रात मऊ के शातिर बदमाश और अपने सहयोगी अरविंद सिंह, संजय के साथ मिलकर तत्कालीन जेलर डा. राजेश सिंह पर जानलेवा हमला किया। जेल से छूटने के बाद पत्नी संग बहराइच में रहकर वारदात करने लगा। पन्नेलाल और उसके साथियों के खिलाफ गोरखपुर, महराजगंज, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी और आजमगढ़ सहित कई जिलों के थानों में हत्या, लूट और डकैती मुकदमे दर्ज हुए।
3 टीम कर रही थी तलाश, बदलता रहा लोकेशन
पन्नालाल की तलाश में एसटीएफ की तीन टीम बनी थी। पहली टीम बहराइच में दूसरी टीम वाराणसी और तीसरी गोरखपुर में मौजूद थी। पुलिस से बचने के लिए पन्नेलाल यादव उर्फ डॉक्टर अपनी लोकेशन बार-बार चेंज कर रहा था। शुक्रवार की सुबह एसटीएफ के डिप्टी एसपी डॉ. डीके शाही की अगुवाई में इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह, सब- इंस्पेक्टर सूर्यनाथ सिंह, कांस्टेबल महेंद्र सिंह, राजीव शुक्ला, नासिर और गौरव ने बदमाश को बहराइच में मार गिराया। पुलिस ने खेतों में घुसकर उसकी घेराबंदी की। पन्ना की हिस्ट्रीशीट गुलरिहा में खुली थी।
