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गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को लखनऊ के लोकभवन में कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक में कुल 6 प्रस्तावों पर मुहर लगी। इस दौरान गोरखपुर में शहीद अशफॉक उल्ला खां प्राणि उद्यान के निर्माण कार्य से संबंधित प्रायोजना प्रस्ताव के संबंध में प्रस्ताव किया गया। इसके अलावा राज्य वेतन समिति 2016 द्वारा सातवें प्रतिवेदन के माध्यम से स्थायी मासिक भत्ते ( नियत यात्रा भत्ते) के संबंध में दी गई संस्तुतियों पर मुहर लगाई गई है।

प्रदेश सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने लखनऊ में पत्रकारों को बताया कि कैबिनेट ने राज्य वेतन समिति 2016 द्वारा सातवें प्रतिवेदन के माध्यम से स्थायी मासिक भत्ते( नियत यात्रा भत्ते) के संबंध में दी गई संस्तुतियों पर विचार करते हुए एक नंवबर 2012 से लागू दरों को नियमानुसार पुनरीक्षित किये जाने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से विभिन्न राजकीय विभागों में कार्यरत लगभग डेढ़ लाख से अधिक कर्मचारी लाभांवित होंगे। वहीं स्थायी मासिक भत्ते(नियत यात्रा भत्ते) की पुनरीक्षित दरें तत्काल प्रभाव से लागू होंगी। इस निर्णय से राज्य सरकार पर लगभग बीस करोड़ अतिरिक्त वार्षिक व्ययभार आएगा।

इसके अलावा कैबिनेट में गोरखपुर में शहीद अशफॉक उल्ला खां प्राणि उद्यान के निर्माण कार्य के एस्टीमेट को लेकर प्रस्ताव पास हुआ। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में प्राणी उद्यान की स्थापना होने से पर्यटक स्थल के रूप में इस क्षेत्र का विकास होगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गोरखपुर की पहचान होगी। प्रायोजना में 234 करोड़ की लागत आएगी,जिसका अनुमोदन आज किया गया है। यह प्राणि उद्यान 121.34 एकड़ में प्रास्तावित है। वहीं इस प्राणि उद्यान में पर्यटकों के आवागमन बढ़ने से क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

सरकार के प्रवक्ता डॉ. सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि जनपद प्रयागराज के बहादुरपुर ब्लाक के अंतर्गत ग्राम कोटवा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनवाए जाने हेतु पुराने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में स्थित भवनों के ध्वस्तीकरण करने के संबंध में प्रस्ताव पास हुआ है। भवनों के ध्वस्तीकरण के बाद भवनों के पुस्तांकित मूल्य में से मलबे के निस्तारण से प्राप्त धनराशि को समायोजित करते हुए अनुमानित कुल धनराशि 27 लाख को बट्टे खाते में डाले जाने की अनुमति प्रदान की गई है। कैबिनेट में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में मेडिकल टेक्नोलॉजी के छात्रों हेतु 200 बेड छात्रावास के निर्माण कार्य के संबंध में प्रस्ताव पास किया गया। अभी इसमे 60 छात्रों के रहने की व्यवस्था थी।







