गोरखपुर। खोराबार पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने शुक्रवार की सुबह चमकाने का झांसा देकर गहने उड़ाने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। बिहार के समस्तीपुर, दरभंगा और सहरसा जिले के रहने वाले जालसाज शहर में किराए पर कमरा लेकर रहते थे। पूछताछ में पता चला कि इस गिरोह ने जिले में नौ घटनाओं को अंजाम दिया है। वारदात में शामिल तीन सदस्यों की तलाश चल रही है। सभी एक दूसरे के रिश्तेदार हैं।
एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने शुक्रवार की दोपहर पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी। बताया कि जिले में चमकाने का झांसा देकर जेवरात लेकर भागने की पिछले दिनों में कई घटनाएं हो चुकी है। खोराबार, गगहा, गोला, पीपीगंज, तिवारीपुर, शाहपुर, गुलरिहा और चिलुआताल थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ जालसाजी का केस दर्ज कर क्राइम ब्रांच व स्थानीय पुलिस जांच कर रही थी।
पुलिस ने जारी की फुटेज, 10 हजार का इनाम
तिवारीपुर की घटना के बाद जालसाजों की तस्वीर सीसी कैमरे में मिली। जिसके बाद पुलिस ने दो जालसाजों की फोटो जारी की और सूचना देने वाले को 10 हजार रुपए का इनाम देने को कहा। मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार की सुबह प्रभारी निरीक्षक खोराबार नासिर हुसैन और क्राइम ब्रांच की टीम ने रामनगर कड़जहां फोरलेन के पास दो बाइक सवार चार जालसाजों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उनकी पहचान बिहार, कटिहार के ओटीपाड़ा निवासी सुरेंद्र शाह, सहरसा के सेमरी बख्तियारपुर निवासी राजेश सोनी, समस्तीपुर के दयाल चौक, बहादुरपुर अमरौली निवासी शंभू शाह, और दरभंगा के विरुल, बैरमपुर निवासी सुनील शाह के रूप में हुई। तलाशी लेने पर आरोपितों के कब्जे से 10120 रुपए, धातु को गलाने और साफ करने वाला केमिकल, 400 ग्राम नशीला पाउडर, घटना में इस्तेमाल बाइक बरामद हुई। गिरोह के सरगना सुरेंद्र शाह की निशानदेही पर घंटाघर में सर्राफ की दुकान पर बेचा गया तीन ग्राम सोना बरामद हुआ। एसएसपी ने बताया कि बाइक पर फर्जी नंबर प्लेट लगा था। पकड़े गए बदमाशों के साथी बेगुसराय जिले के हर-हर महादेव निवासी नितिन कुमार, दंडारी निवासी पीयूष और विक्की शाह फरार हैं। जिनकी तलाश चल रही है। सभी आरोपित एक- दूसरे के रिश्तेदार हैं। ज्यादातर घटनाओं को अंजाम देकर गांव फरार हो जाते हैं।
