गोरखपुर। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) शहर में स्थित अपने पार्कों को चमकाने में जुटा है। पांच पार्कों पर करीब 40 लाख रुपए खर्च करके इनकी सूरत बदली जा रही है। प्राधिकरण की ओर से पार्कों को सुंदर बनाने का काम शुरू हो चुका है। बेतियाहाता स्थित मुंशी प्रेम चंद का नया स्वरूप नजर आने लगा है। दिसंबर माह में जीडीए के वीसी प्रेम रंजन ने पार्कों की सूरत बदलने की योजना बनाई थी। उनके प्रयास का असर भी नजर आने लगा है।
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के सामने स्थित पं. गोविंद बल्लभ पंत पार्क, पार्क रोड स्थित पं. रामप्रसाद बिस्मिल पार्क, बेतियाहाता स्थित मुंशी प्रेमचंद पार्क, गोलघर स्थित इंदिरा बाल विहार पार्क और तारामंडल स्थित आंबेडकर पार्क की दशा सुधारने के लिए काम चल रहा है। इंदिरा बाल विहार पार्क पूरी तरह से बदल चुका है। पार्क में नए सिरे से झूले, मूर्तियों की पेंटिंग की गई है और बैठने के लिए बेंच लगाए गए हैं। पंत पार्क में भी पार्क की सफाई के साथ ही टूटे हुए पाथवे की मरम्मत की गई है। ओपेन जिम में लगे उपकरणों नए हो गए हैं।
मुंशी प्रेमचंद पार्क का हुआ सुंदरीकरण
जीडीए की इसी मुहिम में मुंशी प्रेमचंद पार्क को भी संवार दिया गया है। मुंशी प्रेमचंद पार्क में प्रेमचंद की प्रतिमा को बेहतर बनाया गया है। कमरों की नए सिरे से मरम्मत कराकर उनकी पेटिंग कराई गई है। प्रेमचंद पार्क अब नए लुक में नजर आने लगा है। जीडीए वीसी का कहना है कि आंबेडकर पार्क में पाथ वे, झूले सहित भी ठीक कराए जा रहे हैं। हर पार्क को संजाने—संवारने में चार से नौ लाख रुपए का बजट खर्च किया जा रहा है। सभी पार्कों के जीर्णोद्धार का काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही विंध्यवासिनी पार्क में योग केंद्र के जीर्णोद्धार का काम भी अंतिम चरण में है।
“शहर के पार्कों के जीर्णोद्धार की योजना बनाई गई है। प्रथम चरण में छोटी-छोटी कमियों को दूर किया जा रहा है। सभी पार्कों को इस तरह तैयार किया जाएगा कि वहां आने वाले लोगों को सुखद अनुभूति हो। मुंशी प्रेमचंद पार्क भी नए लुक में नजर आने लगा है।”
– प्रेम रंजन सिंह, उपाध्यक्ष जीडीए।
