गोरखपुर। गुलरिहा इलाके के भाजपा नेता बृजेश सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपित बहादुर चौहान के खिलाफ रासुका की कार्रवाई हुई है। पुलिस की रिपोर्ट पर डीएम ने रासुका की अनुमति दे दी है। बहादुर चौहान और उसके साथी जेल में बंद हैं। मर्डर में शामिल सुपरी किलर को बरेली पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। गुलरिहा पुलिस दोनों को रिमांड पर लेने की तैयारी में है। एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने बताया कि इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ पूरी सख्ती बरती जाएगी।
पंचायत चुनाव के प्रचार से लौटते समय की हत्या
दो अप्रैल की रात गुलरिहा थाना क्षेत्र के नारायनपुर गांव के मूल निवासी भाजपा नेता बृजेश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह नारायणपुर से अपने मेडिकल कॉलेज स्थित आवास जा रहे थे। पासवान परिवार के बेहद करीबी बृजेश सिंह मर्डर कांड से पूरा इलाका थर्रा उठा। सीसीटीवी कैमरे बंद होने से तरह—तरह के सवाल उठे। लेकिन जांच में पिपराइच के जंगल औराही टोला गजराज निवासी बहादुर चौहान, गुलरिहा के नारायनपुर निवासी रामसमुझ, महराजगंज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र के जड़ार गांव निवासी जितेन्द्र सिंह, और इसी गांव के दिवाकर सिंह उर्फ गोलू, गोरखनाथ के रामजानकी नगर निवासी कृष्ण कुमार गुप्ता, पंजाब अमृतसर के रविन्द्र नगर तरनतारन रोड निवासी राजवीर उर्फ राजू उर्फ मलक सिंह, यहीं के रहने वाले सतनाम सिंह उर्फ छिद्दु उर्फ शैलेन्द्र सिंह का नाम प्रकाश में आया। करोड़ों रुपए की भूमि के सौदेबाजी में रोड़ा बन रहे बृजेश सिंह की हत्या की साजिश बहादुर चौहान ने गढ़ी थी। क्योंकि उसने भूमि का एग्रीमेंट करा लिया था। इसलिए पंचायत चुनाव के दौरान उनको निपटाने की साजिश रची गई।
गोरखपुर जेल में बहादुर, बरेली में बंद हैं सुपारी किलर
हत्या की छानबीन में पुलिस ने बहादुर चौहान, रामसमुझ, जितेन्द्र सिंह, कृष्ण कुमार गुप्ता, दिवाकर सिंह उर्फ गोलू को पकड़ लिया। तभी शूटरों का नाम सामने आया। पुलिस की एक टीम पंजाब भेजी गई। पंजाब गई क्राइम ब्रांच और गुलरिहा पुलिस की टीम ने एक को पकड़कर पंजाब पुलिस की कस्टडी में दे दिया। लेकिन मौका पाकर आरोपित फरार हो गया। कई दिनों तक पंजाब में खाक छानकर पुलिस टीम गोरखपुर लौट आई। बाद में बरेली में पुलिस ने दोनों को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। इस मामले में सभी अभियुक्तों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई हुई है। जिला कारागार में बंद बहादुर चौहान के खिलाफ गुलरिहा पुलिस ने रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 के तहत कार्यवाही की। उसे नोटिस का तामिला भी कराया।
