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गोरखपुर। धान की फसल कटने के बाद गेहूं की बुवाई का सीजन शुरू हो जाएगा। इसके पहले खेतों को लेकर चल रहे बंटवारे को सुलझाने के लिए लोग राजस्व और पुलिस की मदद लेने लगे हैं। इसका फायदा उठाने की कोशिश में कुछ लेखपाल लग गए हैं। मजिस्ट्रेट के आदेश के दरकिनार करके लोगों से पैमाइश के लिए रुपए मांगने की शिकायतें सामने आ रही हैं।। गुरुवार को गगहा इलाके में खेतों की पैमाइश के पहले रुपए लेने पहुंचे लेखपाल को एंटी करप्शन की टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ गगहा थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

पैमाइश के लिए लेखपाल मांग रहा था पैसे
गगहा के मेंहदिया निवासी कृष्ण मुरारी सिंह, श्यामसुंदर सिंह लक्ष्मण सिंह, कृष्ण मोहन सिंह और राम सिंह भूमि की पैमाइश के लिए कराने के लिए दौड़ रहे थे। हल्का लेखपाल से पैरवी करने पर उसने कहा कि ढाई हजार रुपए लिए बिना वह खेत में कदम नहीं रखेगा। लेखपाल से परेशान होकर सत्य प्रकाश सिंह ने पांच सौ रुपए पेशगी के रूप में दे दिए। बाकी रकम खेत की नपी होने के बाद देने को कहा। सत्य प्रकाश को पता था कि लेखपाल मनमानी करेगा। इसलिए उन्होंने इसकी सूचना 19 अक्टूबर को ही एंटी करप्शन गोरखपुर की ट्रैप टीम को दे दी। गुरुवार को निर्धारित जगह पर टीम पहुंच गई।
खेत में रहे खड़े, रुपए लेते ही कर लिया गिरफ्तार
एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक देव प्रकाश रावत, उप निरीक्षक अशोक कुमार सिंह, चंद्रेश यादव, चंद्रभान मिश्रा, शैलेंद्र कुमार राय और शैलेंद्र कुमार सिंह मेहदराव पहुंचे। वहां सत्य प्रकाश सिंह का रिश्तेदार बनकर टीम के सदस्य जहां— तहां घूमने लगे। दोपहर 12 बजकर 17 मिनट पर लेखपाल प्रभुनाथ यादव आए। आते ही कहा कि बकाया रुपए दो हजार दोगे तब जंजीर गिरेगी। रुपए थामते ही खेतों में मौजूद टीम ने रंगेहाथ लेखपाल को पकड़ लिया। उसने लेकर थाने पर गई। वहां इंस्पेक्टर देव प्रकाश रावत की तहरीर पुलिस ने एंटी करप्शन का मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया।







